नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं नेट के बारे में क्या है इंटरनेट किस तरह से हैं इसका विकास हुआ यह कब आया और आज के समय में लोगों को अगर तीन-चार दिन खाना नहीं मिले तब भी वह जीवित रह सकते हैं लेकिन अगर दो-तीन दिन के लिए इंटरनेट बंद हो जाए तो बहुत बड़ी समस्या में आ जाते हैं सब कुछ रुक जाता है कोई काम नहीं कर पाता अगर यह इतना आवश्यक है तो इसके बारे में आपको जानकारी होना भी आवश्यक है तो दोस्तों आज हम जाने वाले हैं इंटरनेट क्या है कब इसकी खोज हुई और इसका मालिक कौन है तो जानिए आज के इस लेख में स्वागत है आपका janokyahai.com है वेबसाइट पर
इंटरनेट क्या होता है https://hindidada.com/internet-kya-hai-hindi/
इंटरनेट क्या है इंटरनेट एक इंटरनेट इंटरनेटवको का नेटवर्क है इंटरनेट का पूरा नाम इंटरनेशनल नेटवर्क होता है और जिसे 1950 विंट फर्क नाम वैज्ञानिक ने शुरू किया अब बात करते हैं कि हम इंटरनेट का रिचार्ज करवाते हैं तो वह इंटरनेट कहां से आता है वैसे तो इंटरनेट का मालिक कोई भी नहीं है और वैसे सभी इंटरनेट के मालिक हैं क्योंकि जैसा कि आपको पता है सभी करनी है एक दूसरे से जुड़े होते हैं जिनकी इनफॉरमेशन हर एक कंप्यूटर के साथ जुड़ी होती है जिनका सरवन जुड़ा होगा तो वह सभी मालिक होंगे अगर हम बात करें गूगल की तो गूगल भारत में तो है नहीं उसके लिए तो इसके लिए मुंदरों में फाइबर ऑप्टिकल केबल को बिछाया जाता है भारत में इंटरनेट को लाने के लिए और यह सेटेलाइट से जुड़ा नहीं होता क्योंकि समुंदर के अंदर इतनी फाइबर ऑप्टिकल केबल डाली जाती है जिससे अगर कोई एक खराब भी हो जाए तो दूसरी काम करने लगती है जिससे हमारा कार्य नहीं रुकता फाइबर ऑप्टिकल केबल सेटेलाइट से नहीं जुड़ा था यह जैसे प्रकाश तरंगों से जो यह डाटा होता है गमन करता है लगभग तीन लाख किलो मीटर पर सेकंड की चाल से हमारे प्रकाश की चाल होती है तो लगभग स्पीड से हम डाटा गमन करते हैं जोगी सेटेलाइट से संभव नहीं है तो यह होता है हमारा इंटरनेट अब आपको पता लग चुका होगा कि हमारा इंटरनेट 99% वायर से चलता है और कंप्यूटर हो टेलीफोन लाइन के द्वारा इंटरनेट से जोड़ा जाता है
नेटवर्क तीन प्रकार के होते हैं
LAN
LAN का पूरा नाम Local area network होता है यह नेटवर्क बिल्डिंग बेसिस पर कार्य करता है मतलब कि छोटे क्षेत्रों में कार्य करता है और इस नेटवर्क को कोई भी व्यक्ति हैक नहीं कर सकता क्योंकि यह खुद के लिए बनाया जाता है कोई भी कंपनी LAN निर्माण खुद के लिए करती है तो इसे LAN कहते हैं
MAN
MAN का पूरा नाम Metropolitan Area Network होता है इसका मतलब होता है जैसे कि एक कंपनी की ब्रांच दूसरे शहर में होती है कहने का मतलब है कि अलग-अलग शहरों में उसकी ब्रांच होती है अगर उसको जोड़ना है तो हम क्या करेंगे उसके लिए केबल एक वायर बिछा देगी उस कंपनी को जोड़ने के लिए तो यह नेटवर्क LAN नेटवर्क से बड़ा होता है जो कि महानगरों को जोड़ने के लिए होता है
WAN
WAN का पूरा नाम Wide area network होता है इस नेटवर्क का उपयोग कई देशों को जोड़ने के लिए किया जाता है और कई महाद्वीपों को जोड़ने के लिए किया जाता है इसी WAN को मिला करके हम इंटरनेट बना देते हैं और यह नेटवर्क बहुत बड़ा नेटवर्क होता है
क्या इंटरनेट सरकार का अधीन होता है ?
इंटरनेट के लिए कंपनियां सरकार के अधीन होता क्योंकि इसमें बहुत सारे नेटवर्क या सरवर जुड़े होते हैं जो अलग-अलग संस्थाओं या कंपनियों के होते हैं इंटरनेट का प्रयोग जानकारियां प्राप्त करने के लिए होता है इंटरनेट को हम सूचना का राजपत्र ही कह सकते हैं सन 1982 में नेटवर्क के लिए सामान्य नियम बनाए गए इन्हें प्रोटोकॉल कहा जाता है इन प्रोटोकॉल को TCP/IP कहते हैं
TCP – Transmission control protocol / internet protocol के नाम से जाना जाता है इसका काम होता है जैसे कि हम कोई भी फोटो या वीडियो हमारे पार्टनर के पास भेजते हैं तो यह उस फाइल को अलग-अलग भागों में बांट देता है और आपको परसेंटेज भी शो होती है जब यह कार्यकर्ता होता है उसके बाद जो भी आप अपने पार्टनर को फाइल भेजना चाहते थे वह चली जाती है इस पूरे कार्य का काम टीसीपी करता है
इंटरनेट का इतिहास क्या है
इंटरनेट का इतिहास के बारे में बात करें तो सबसे पहले अमेरिका ने इसकी शुरुआत हुई थी और अमेरिका ने जो बनाया था इंटरनेट का प्रयोग अमेरिका में सेना के लिए किया गया था 1969 में ARPANET ( Advance Research Project Agency network) नाम का नेटवर्क बनाया गया जो चार कंप्यूटर को जोड़कर बनाया गया था तब इंटरनेट की प्रगति सही तरीके से चालू हुई वर्तमान में इंटरनेट के माध्यम से लाखों-करोड़ों कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े हैं
भारत की खोज – भारत में इंटरनेट की सेवा का आरंभ 15 अगस्त 1995 मैं हुआ था और भारत ने (VSNL) विदेश संसार निगम लिमिटेड भारत में इंटरनेट के न्यू नेटवर्क की सेवा प्रारंभ की थी
पर्सनल कंप्यूटर
P C का पूरा नाम पर्सनल कंप्यूटर होता है पर्सनल कंप्यूटर पीसी एक सामान्य प्रयोजन का कंप्यूटर है जिसका आकार और क्षमता और मूल बिक्री मुल्ले किसी आम व्यक्ति के प्रयोजन के लिए उपयोगी बनाता है इन्हें मई को कंप्यूटर की श्रेणी में भी रखा जाता है इसे हिंदी में व्यक्तिगत संगणक भी कहते हैं
मॉडम
मॉडम का पूरा नाम Modulator or Demodulator होता है यह एक हार्डवेयर कंप्लेंट होता है जब इंटरनेट को टेलीफोन लाइन के माध्यम से कनेक्ट करते हैं तो मॉडम की आवश्यकता होती है यह कंप्यूटर से चल रहे इंटरनेट ब्राउजर और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के बीच आवश्यक लिंग का कार्य करता है एक एनालॉग सिग्नल को एक टेलीफोन या केबल वायर से डिजिटल सिग्नल में बदलने का कार्य मॉडम करता है 56kb/s का आविष्कार 1996 में Dr. Brent Townshend ने किया था
संचार माध्यम
संचार माध्यम किसी भी कंप्यूटर से टर्मिनलिया किसी भी टर्मिनल से कंप्यूटर तक डाटा को भेजने के लिए हमें किसी न किसी माध्यम की आवश्यकता होती है किसी माध्यम को कम्युनिकेशन लाइन या डाटा लिंक या संचार राम माध्यम कहते हैं आधुनिक युग में डेट का संसार मैं अब वायरलेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाने लग गया है
वेब ब्राउज़र या इंटरनेट सॉफ्टवेयर
एक बार ब्राउज़र किसी कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर होता है इसके बिना कोई भी ऑनलाइन सेवा नहीं ली जा सकती फिर चाहे वह वीडियो देखना को या किसी वेबसाइट से जानकारी लेना इसके इस्तेमाल के बाजार इंटरनेट का कोई अस्तित्व नहीं है वेब
ब्राउज़र के कुछ उदाहरण
Chrome
Safari
Opera
Mozilla Firefox Etc.
वेब ब्राउज़र एक एप्लीकेशन है जिसका कार्य है इंटरनेट का प्रयोग करके वेबसाइट को एक्सिस कराना और उन्हें आपके कंप्यूटर पर दिखाना होता है इसके इतिहास की शुरुआत होती है जब वर्ल्ड वाइड वेब को Tim Berners Lee ने 1989 विकसित किया गया था
Internet service provider (ISP)
Internet service provider अथवा ISP वह कंपनी है जो लोगों को इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करती है ISPs के माध्यम से ही आप अपने कंप्यूटर मोबाइल फोन और अन्य इंटरनेट सक्षम डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट कर पाते हैं डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट करने के लिए ISP एक प्रवेश द्वार की तरह है एक दो बार को पार करने के बाद ही आप कोई ऑनलाइन एक्टिविटी जैसे कि गूगल पर जानकारी खोजना यूट्यूब पर वीडियो देखना इत्यादि कर पाते हैं सन 1984 में फास्ट इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थापित की गई थी भारत में पहली सार्वजनिक रूप में उपलब्ध इंटरनेट सेवा 15 अगस्त 1995 में विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा शुरू की गई थी
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Conclusion आशा है कि इस आर्टिकल में आपने ईन्टर्नेट के बारे में अधिक से अधिक जानकारी सीखने को मिली होगी. आगे भी हम इसी प्रकार की जानकारी आप तक पहुंचाते रहेंगे इसलिए अपने ज्ञान को बढ़ाते रहिए और इस वेबसाइट पर बार-बार विजिट करते रहिए अगर आप कोई सुझाव देना चाहते हैं या चाहते हैं कि किसी विशेष विषय पर आर्टिकल पब्लिश करें तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बताएं.
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