स्वागत है आपका JANOKYAHAI.COM ब्लॉक में आज हम बात करने वाले हैं इंद्रधनुष के बारे में इंद्रधनुष क्या है तथा यह कैसे बनता है जैसा कि आपको पता है आज के समय में विज्ञान ने इतनी ज्यादा तरक्की कर ली है हर रोज हर दिन हर समय हम कोई ना कोई नई तकनीक देख पा रहे है जैसे-जैसे समय बदलता जा रहा है वैसे ही नए-नए आविष्कार हो रहे हैं जैसे कि मोबाइल का आविष्कार बिजली का आविष्कार गाड़ी का आविष्कार और साथ में साइंटिस्ट ने अपनी मेहनत से कुछ ऐसे आविष्कार किए जो कि वह धरती के पार भेजे गए और उन्हें उपयोग में लाया गया जिससे हम कुछ भी देख सकते हैं और हमारे बहुत उपयोग में आते हैं जैसे की सेटेलाइट जिसके द्वारा हमारा सब कुछ जुड़ा होता है तो आज हमारा जो टॉपिक है इन्द्रधनुष क्या है और यह कैसे बनता है इसके बारे में आपको सारी बाते बतायेंगे तो चलिए जानते है इन्द्रधनुष क्या है और यह कैसे बनता है इसके बारे में सारी जानकारी
इन्द्रधनुष क्या है और यह कैसे बनता है https://www.freejankari.com/2021/10/indradhanush-kaise-banta-hai.html
जैसा कि आप सभी को पता है वॉरसा होने के बाद जब सूर्य का प्रकाश निकलता है उसी में है हमें आसमान में विभिन्न रंगों की एक लेयर दिखाई देती है जिसको हम इन्द्रधनुष कहते हैं और यह है प्रकृति का एक रंग हैं जो की बारिश के बंदों की वजह से होता है और इन्द्रधनुष उसके बारे में जानने के लिए इसके यूरो प्रकाश की प्रकृति तथा इसके गुण धर्म को समझना बहुत ज़रूरी है
प्रकाश का अपवर्तन
जब एक प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम पर जाती है तब वह विचलित हो जाती है उसे प्रकाश का प्रवर्तन करते हैं क्योंकि प्रकार की साल अलग अलग माध्यम मैं भित्र भित्र होती है जिस कारण प्रकाश की किरण ने अलग अलग मध्यमो मैं उक्त विचलन दिखती है जैसे की है हम शीशे के आगे खड़े होते हैं तब दो लाइट की किरणें हमारे ऊपर आती है और वह रिफ्लेक्ट होकर शीशे के अंदर लगती है और प्लेन सीसा होने के कारण वह वापस आती है जिसके कारण हम सीसे के अंदर देख पाते हैं
सफ़ेद प्रकाश के घटक
सूर्य से आने वाली किर्र्ण हमें सफ़ेद रंग की दिखाई देती है लेकिन यह सफ़ेद रंग 7 रंगों का मिश्रण होता है जिसकी अपनी अलग अलग तरंगे होती है उसी तरह इंद्रधनुष में दिखने वाली अलग अलग सात रंगों का मिश्रण हमें इसमें दिखाई देता है क्योंकि जब बारिश से बूंदों के अंदर टकराने वाला प्रकाश अलग अलग रंगों में बँट जाता है इस वजह से हमें इंद्रधनुष के 7 रंग दिखाई देते हैं जैसे की एक प्रिज्म होता है उसके अंदर जब प्रकाश जाता है तब वह अलग अलग रंगों में बँट जाता है इसी तरह बारिश की बूंदें प्रिज्म का काम करती है
क्या होता है प्रकाश का वरण विक्षेपण
तो क्या होता है वरण विक्षेपण तो दोस्तों जैसे कि हमारे घर में जो व्हाइट लाइट लगी होती है वह हमें सफ़ेद कलर की दिखाई देती है जबकि ये ऐसा नहीं होता क्योंकि जो वाइट लाइट हमें दिखाई देती है वह सात रंगों का मिश्रण मिश्रण होता है जैसे की हम बात करें सूर्य का प्रकाश हमें सफ़द रंग का दिखाई देता है लेकिन वहाँ सफ़ेद रंग का न होकर 7 रंगों का मिश्रण होता है जो हमें सफ़ेद रंग का दिखाई देता है क्योंकि ये जो सफ़ेद रंग होता है वह सात रंगों से मिलकर बना होता है जिस कारण हमें सफ़ेद रंग दिखाई देता है और इस बात को सिद्ध किया है महान वैज्ञानिक Sir Issac Newton ने बताया था कि ऐसा होता है
ये सात रंग में कौन कौन से होते हैं
Violet
Indigo
Blue
Green
Yellow
ORANGE
Red
सामान्य काँच में विक्षेपण क्यों नहीं होता
तो दोस्तों जैसा कि हमने ऊपर काँच मै प्रकाश का वरण विक्षेपण की बात की लेकिन हमें काँच के टुकड़े से निकलने वाला प्रकाश अलग अलग रंगों में टूटता हुआ दिखाई नहीं देता लेकिन जब हम प्रिज्म के अंदर देखते हैं उस समय हमें अलग अलग सात रंग दिखाई देते हैं तो यह सवाल तो लाज़मी है कि हमें कांच के टुकड़े में क्यों नहीं दिखाई देता किसी सामान्य कांच के टुकड़े में प्रकाश का वरण विक्षेपण होता है लेकिन वह हमें दिखाई नहीं देता क्योंकि जो सफ़ेद रंग का प्रकाश आता है वह अलग अलग कोणों में विभाजित हो जाता है जिसके कारण वह हमे दिखाई नहीं पड़ता और प्रिज्म के मामले में यह 1 दिशा में प्रकाश जाता है जिससे वह हमे 7 रंगो में विभाजित हुआ दिखता है
कैसे बनता है इंद्रधनुष
जैसा कि आपने समझा और प्रकाश के अपवर्तन और विक्षेपण के बारे में इंद्रधनुष जब बनता है तभी यही घटना घटित होती है जैसे कि जब बारिश होती है तो अनगनित बुंधे गिरते समय उनके अंदर से प्रकाश निकलता है जिससे वह एक प्रिज्म का कार्य करते हैं और जो प्रकाश निकलता हुआ दिखता है वह अलग अलग रंगों में विभाजित हो जाता है जिससे इंद्रधनुष हमें दिखाई पड़ता है और कई बार प्रकाश बुन्धो के विपरीत हिस्से से टकरा जाता है तो इसका कुछ भाग अपवर्तित हो जाता है
द्वितीय इंद्रधनुष
अगर आपने कभी देखा हो तो आसमान में कई बार दो इन्द्रधनुष दिखाई देते हैं एक जो फीके रंग का दिखाई देता है और दूसरा जो फीके रंग का दिखाई देता है जिसे हम प्राथमिक इन्द्रधनुष और द्ववितय इंद्रधनुष बोलते हैं ये इसलिए बनता है क्योंकि जब प्रकाश बारिश की बूंदों से दूसरी बार निकलता है तब वह आंतरिक परावर्तन की घटना से गुज़रता है क्योंकी दूसरी बार परावर्तन होने से प्रकाश की तीव्रता और भी कम हो जाती है इसलिए प्राथमिक इंद्रधनुष द्वितीय इंद्रधनुष से फीका दिखाई देता है
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आशा है कि इस आर्टिकल में आपने जाना इन्द्रधनुष क्या है और यह कैसे बनता है इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी सीखने को मिली होगी. आगे भी हम इसी प्रकार की जानकारी आप तक पहुंचाते रहेंगे इसलिए अपने ज्ञान को बढ़ाते रहिए और इस वेबसाइट पर बार-बार विजिट करते रहिए अगर आप कोई सुझाव देना चाहते हैं या चाहते हैं कि किसी विशेष विषय पर आर्टिकल पब्लिश करें तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बताएं.